श्रमिक कार्ड बनाने की A 2 Z पूरी जानकारी [All Information About Labour Card Apply]
इस लेख में आपको श्रमिक कार्ड की निम्न प्रकार की जानकारी मिलेगी - श्रमिक कार्ड योजना किया है
- श्रमिक कार्ड बनाने के लिए जरुरी दस्तावेज
- श्रमिक कार्ड बनाने के 90 दिनों मजदूरी का प्रमाण पत्र बनाना
- श्रमिक कार्ड ऑफलाइन फॉर्म भरके तैयार करना
- श्रमिक कार्ड ईमित्र से आवेदन करना
- श्रमिक कार्ड बनने ईमित्र से अंशदान का भुगतान करना
- श्रमिक कार्ड डाउनलोड करना
- आवेदन SEND BACK मिलने पर RESUBMIT कैसे करे ईमित्र से
- श्रमिक कार्ड की अंशदान अवधी पूरी होते पर नवीनिकरण लिए ईमित्र आवेदन करना
- श्रमिक कार्ड की अन्य योजनाओ में आवेदन करना
- श्रमिक कार्ड योजना किया है
- श्रमिक कार्ड बनाने के लिए जरुरी दस्तावेज
- श्रमिक कार्ड बनाने के 90 दिनों मजदूरी का प्रमाण पत्र बनाना
- श्रमिक कार्ड ऑफलाइन फॉर्म भरके तैयार करना
- श्रमिक कार्ड ईमित्र से आवेदन करना
- श्रमिक कार्ड बनने ईमित्र से अंशदान का भुगतान करना
- श्रमिक कार्ड डाउनलोड करना
- आवेदन SEND BACK मिलने पर RESUBMIT कैसे करे ईमित्र से
- श्रमिक कार्ड की अंशदान अवधी पूरी होते पर नवीनिकरण लिए ईमित्र आवेदन करना
- श्रमिक कार्ड की अन्य योजनाओ में आवेदन करना
श्रमिक कार्ड योजना किया है पूरी जानकारी
भवन एवं अन्य से निर्माण श्रमिक कल्याण मंडल के दुवारा निर्माण श्रमिको (मजदूरों) को हिताधिकारी के रूप में पंजीयन किया जाता हे उसके बाद विभाग संसालित बहु राशी योजना का लाभ मिलता हे
श्रमिक कार्ड (मजदुर कार्ड ) के लिए कौन-कौन आवेदन कर सकता हे
- पत्थर काटने वाले या पत्थर तोड़ने वाले व पत्थर पिसने वाले कारीगर
- राज मिस्त्री (पेंशन)
- कठई (कारपेन्टर)
- पुताई करने वाले (पेन्टर)
- फिटर या बार वेंडर
- सडक या पाईप मरम्मत कार्य में लगे पलखर
- इलेक्ट्रीशियन
- कुआ खोदने वाले
- बेल्डिंग करने वाले
- मजदुर या बेलदार
- सप्रेमेन या मिक्समेन (सडक बनाने वाले लोग)
- हथोडा चलाने वाले लोग
- छाप्पर डालने वाले लोग
- मिस्त्री / लोहार
- लकड़ी चीरने वाले लोग
- पंप आपरेंटर
- बड़े यांत्रिकी कार्यो में लगे लोग भरी मशीनरी के आपरेंटर जैसे रोलर चलाने वाले लोग
- चोकीदार
- सुरक्षा कर्मचारी
- संगमरमर व अन्य पत्थर में कार्य करने वाले लोग
- चट्टान तोड़ने वाले एवं खनिज कार्य में कम करने वाले लोग
- बांध, पुल, सडक या भवन सनिर्माण कार्य में लगे कम करने वाले लोग
- कारखाना अधिनियम 1948 के अधोन ईट बनाने का कम करने वाले लोग
- 22.03.2016 आदेश दुवारा मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के अंर्तगत जल संरक्षण ठांचो के निर्माण कार्या के श्रमिक का पंजीयन भी होता हे
नोट:- उपरोक्त केटेगरी में आने वालो को निर्माण श्रमिक कहा जाएगा श्रमिक कार्ड (मजदूरी कार्ड) में कौन-कौन शामिल नहीं हे
- प्रबंधक अथवा प्रशासन कि हेसियत से उपरोक्त कार्य करने वाला व्यक्ति निर्माण श्रमिक में शामिल नहीं हे
- इसी प्रकार ठेकेदार तथा ईट , पत्थर , बजरी ,रेती , लोहा , आदि निर्माण साम्रगी उपलब्ध करने वाले व्यक्ति तथा स्वय की पूंजी लगाकर लाभ कमाने के लिए निर्माण व्यवसाय में कम करने वाले व्यक्ति भी इसमें शामिल नही हे
श्रमिक कार्ड (मजदुर कार्ड ) बनाने की पात्रता (हिताधिकारी पंजीयन)
- निर्माण श्रमिक होना चाहिए
- जिसमे आयु 18 से 60 वर्ष के मध्य हो
- 3. राजस्थान का मूल-निवासी होना चाहिए
- जिसने पिछले 12 माह में कम से कम 90 दिनों तक निर्माण श्रमिक के रूप में कार्य किया हो पंजीयन कराने हेतु पात्र हे तथा निर्माण श्रमिक दुवारा किसी एक निर्माण कार्य पर ही लगातार 90 दिनों तक का कार्य करना आवश्यक नही हे अलग-अलग कार्या पर कार्य करने की अवधि की गणना की जा सकती हे
श्रमिक कार्ड बनाने के लिए जरुरी दस्तावेज
- श्रमिक का आधार कार्ड
- श्रमिक का जन आधार कार्ड
- श्रमिक की बैंक डायरी
- श्रमिक का एक वर्ष में 90 दिनों तक मजदुर के रूप में काम करने का प्रमाण पत्र
- भरा हुआ श्रमिक कार्ड आवेदन फॉर्म फोटो लगा हुआ हो
- पासपोर्ट साइज रंगीन एक फोटो श्रमिक का
- ई -श्रम कार्ड
श्रमिक कार्ड बनाने के लिए 90 दिनों तक मजदुर के रूप में कार्य करने का प्रमाण पत्र बनाना
90 दिनों का प्रमाण पत्र 5 प्रकार का होता है
- मनरेगा में काम करने वाले मजदूर के लिए प्रमाण पत्र
- घोषणा पत्र अ (नियोजक/सम्पत्ति मालिक द्वारा)
- घोषणा पत्र ब (ठेकेदार द्वारा)
- घोषणा पत्र स (संस्थान/फर्म द्वारा )
- घोषणा पत्र द (निर्माण श्रमिक यूनियन द्वारा)
मनरेगा में काम करने वाले मजदूर के लिए प्रमाण पत्र कैसे बनाते है
घोषणा पत्र अ कैसे बनाते है
घोषणा पत्र ब कैसे बनाते है
घोषणा पत्र स कैसे बनाते है
घोषणा पत्र द कैसे बनाते है
श्रमिक कार्ड के लिए ईमित्र से ऑनलाइन आवेदन कैसे करे 2023
श्रमिक कार्ड के लिए ईमित्र से ऑनलाइन आवेदन कैसे करे 2023
जब श्रमिक के सभी प्रकार के दस्तावेज बन कर तैयार हो जाते है बाद ऑनलाइन आवेदन करना होता है श्रमिक कार्ड के ऑनलाइन आवेदन के कुल दो तरीके है 1 .ईमित्र से आप श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है २. आप SSO पोर्टल से भी श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन कर सकते है
- ई-मित्र से श्रमिक कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करे
श्रमिक कार्ड अंशदान जमा कैसे करते है वह श्रमिक कार्ड को डाउनलोड कैसे करते है
श्रमिक कार्ड अंशदान जमा कैसे करते है वह श्रमिक कार्ड को डाउनलोड कैसे करते है
ऑनलाइन जब श्रमिक कार्ड के लिए आवेदन करते है उसके बाद श्रमिक कार्ड बन जाता है तो उसके बाद हमें श्रमिक कार्ड का अंशदान जमा करना होता है तभी श्रमिक कार्ड काम में लिया जा सकता है वह उसको डाउनलोड करके प्रिन्ट कर सकते है जब तक अंशदान जमा नहीं होगा तब तक श्रमिक कार्ड डाउनलोड भी नहीं होगा तो अंशदान ईमित्र से जमा कैसे करते है उसके लिए आप निचे दिए गए वीडियो को देखें
श्रमिक कार्ड आवेदन SEND BACK मिलने पर RESUBMIT कैसे करे
जब हम श्रमिक कार्ड बनाते है बनाने के दौरान अगर कोई जानकारी हम गलत भर देते है या फिर दस्तावेज साथ में गलत सलग्न कर देते है तो कमी की पूर्ति करने के लिए श्रम विभाग द्वारा आपके आवेदन की SEND BACK आपके ईमित्र पर भेजा जाता है उस मामले में आपको उस कमी की भरपाई करके आवेदन को पूर्ण जमा करना होता है आवेदन को कमी की पूर्ति करके पूर्ण जमा करने के लिए आप निचे दिए गए वीडियो की देखें
श्रमिक कार्ड आवेदन का ईमित्र से स्टेटस कैसे देखें
श्रमिक कार्ड का नवीनीकरण ईमित्र से कैसे करे
श्रमिक कार्ड की सभी योजनाओ के जानकारी
निर्माण श्रमिक अन्र्तराष्ट्रीय खेल प्रतियोगियो हेतु प्रोत्साहन योजना
- मण्डल में पंजीकृत हैं तथा निरन्तर अंशदान जमा करा रहे हैं। उक्त के अतिरिक्त निर्माण श्रमिक के अविवाहित पुत्र एवं पुत्री भी योजना के अन्तर्गत सहायता के पात्र होगे।
- किसी भी आॅनलाईन गेमिंग/बैटिंग संबंधी प्रतियोगिता हेतु योजना के प्रावधान लागू नहीं होगे
- अन्र्तराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता आयोजित करने वाली संस्था द्वारा डोपिंग के कारण किसी खिलाड़ी को अमान्य घोषित किये जाने अथवा जीते गए पदक को अमान्य/वापस लिए जाने की घोषणा के उपरान्त योजनान्तर्गत कोई प्रोत्साहन राशि देय नहीं होगी।
- हिताधिकारी द्वारा योजना के अन्तर्गत प्रस्तुत सहायता आवेदन में दी गई सूचनाओ में कोई तथ्य असत्य पाया जाता है, तो योजनान्तर्गत स्वीकृत समस्त सहायता राशि एक मुश्त मय ब्याज के जमा कराने का उत्तरदायित्व संबंधित हिताधिकारी का होगा।
निर्माण श्रमिक एवं उनके आश्रित बच्चो द्वारा भारतीय / राजस्थान प्रशासनिक सेवा हेतु आयोजित प्रारम्भिक प्रतियोगी परीक्षा उत्तीर्ण करने पर प्रोत्साहन योजना
- इस योजना के लिए वे निर्माण श्रमिक पात्र होगें, जो हिताधिकारी के रूप में मण्डल में पंजीकृत हैं तथा निरन्तर अंशदान जमा करा रहे हैं।
- अभ्यर्थी के माता-पिता की समस्त स्त्रोतो से वार्षिक आय 2.50 लाख रूपये से अधिक न हो।
- 3. अभ्यर्थी जो पूर्व से ही राजकीय सेवाओ में कार्यरत है, उन्हे इस योजना में लाभ नहीं दिया जायेगा।
- अभ्यर्थी द्वारा संघ लोक सेवा आयोग एवं राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा की प्रतियोगी परीक्षा तथा राजस्थान प्रशासनिक सेवा की प्रारम्भिक परीक्षा में सफलता प्राप्त करने पर दोनांे परीक्षाओं हेतु अलग-अलग निर्धारित प्रोत्साहन राशि दी जायेगी।
- राजस्थान राज्य के अतिरिक्त अन्य राज्यों की प्रशानिक परीक्षा हेतु इस योजना के अन्तर्गत कोई लाभ देय नहीं होगा।
- इस योजना के अन्तर्गत भारतीय प्रशासनिक सेवा तथा राजस्थान प्रशासनिक सेवा के लिए अधिकतम एक-एक बार ही प्रोत्साहन राशि देय होगी अर्थात पूर्व में यदि प्रतियोगी परीक्षा हेतु प्रोत्साहन राशि दी जा चुकी है तो आगामी वर्ष में उसी प्रतियोगी परीक्षा की प्रारम्भिक परीक्षा पुनः उत्तीर्ण करने पर प्रोत्साहन राशि देय नही होगी।
- हिताधिकारी द्वारा योजना के अन्तर्गत प्रस्तुत सहायता आवेदन में दी गई सूचनाओ में कोई तथ्य असत्य पाया जाता है, तो योजनान्तर्गत स्वीकृत समस्त सहायता राशि एक मुश्त मय ब्याज के जमा कराने का उत्तरदायित्व संबंधित हिताधिकारी का होगा।
निर्माण श्रमिक औजार/टूलकिट सहायता योजना
- 3 वर्ष से पंजीकृत निर्माण श्रमिक हो|
- स्वंय के कार्य या व्यवसाय से सम्बंधित टूलकिट/औजार खरीदने पर ही राशी देय|
- औजार/टूलकिट की खरीद स्वंय निर्माण श्रमिक द्वारा की जाएगी तथा बिल आवेदन के साथ सलंगन करना आवश्यक|
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निर्माण श्रमिकों के पुत्र पुत्री का आईआईटी/आईआईएम में प्रवेश मिलने पर ट्यूशन फीस की पुर्नभरण योजना
निर्माण श्रमिकों के पुत्र पुत्री का आईआईटी/आईआईएम में प्रवेश मिलने पर ट्यूशन फीस की पुर्नभरण योजना में मिलने वाला लाभ
इस योजना तहत अगर किसी हिताधिकारी मजदूरी का पुत्र या पुत्री आईआईटी या आईआईएम प्रवेश परीक्षा पास के प्रवेश लेकर जो फीस भरता है उसका पुनभरण इस योजना के तरह मजदुर के पुत्र व पुत्री का किया जाता है
- वो सभी मजदुर इसमें पात्र है जिसका श्रमिक कार्ड बना हुआ है व मजदूर लगातार अपना अंश दान समय समय पर जमा करा रहा है
- मजदुर के पुत्र /पुत्री ने आईआईटी या आईआईएम प्रवेश परीक्षा पास कर नियमित छात्र के रूप में प्रवेश ले लिया हो
- छात्र /छात्रा की फ़ीस श्रमिक कार्ड धारक ने जमा करा ली हो
- माता -पिता की समस्त आय के स्रोतों से वार्षिक आय 2.50 लाख रु से कम हो
- श्रमिक कार्ड ( मजदूरी कार्ड ) की प्रति
- मजदुर का आधार कार्ड
- मजदुर का जन आधार कार्ड
- मजदुर का बैंक खाता
- नियमित छात्र /छात्रा के रूप में अध्ययन करने के संस्था प्रधान दुवरा जारी प्रमाण पत्र
- छात्र /छात्रा के आईआईटी या आईआईएम में जमा कराई गई फ़ीस की प्रमाणित रसीद
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